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पान्या की गोठ  

पान्या की गोठ उन ऐतिहासिक प्रथाओं में से एक थी जो राजस्थान में प्रचलित थीं।

  • मेवाड़ क्षेत्र में जहां बढ़िया मक्की पैदा होती थी, वहां 'पान्या की गोठ' का प्रचलन था।
  • मक्की के आटे की रोटी थेप कर उसे ढाक के पत्तों के बीच में दबाकर उपलों की गर्म राख में रख दिया जाता था। रोटी बनकर तैयार हो जाती थी। फिर दही या दूध के साथ इसे खाया जाता था।


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