देवनागरी
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श्रेणी:देव कवि
"देव कवि" श्रेणी में पृष्ठ
इस श्रेणी में निम्नलिखित ५२ पृष्ठ हैं, कुल पृष्ठ ५२
आ
आँगन बैठी सुन्यो पिय -देव
आई बरसाने ते बुलाय -देव
आवन सुन्यो है मनभावन -देव
इ
इन्दिरा के मन्दिर -देव
क
कुँजन के कोरे मनु -देव
कुन्दन से अँग -देव
कोऊ कहौ कुलटा कुलनि -देव
ख
खरी दुपहरी भरी -देव
ग
गोरी गरबीली उठी -देव
ग्रीषम प्रचंड घाम -देव
घ
घाँघरो घनेरो लाँबी -देव
ज
जगमगे जोबन -देव
जबतें कुबर कान्ह रावरी -देव
जोबन के रंग भरी -देव
झ
झहरि झहरि झीनी -देव
द
दरबार -देव
दूलह को देखत हिए -देव
देव (कवि)
साँचा:देव की रचनाएँ
देव जियै जब पूछौ तौ -देव
देव मैं सीस बसायो सनेह कै -देव
ध
धार मैं धाय धँसी निरधार -देव
न
नासिका ऊपर भौंहन के मधि -देव
प
पीत रंग सारी -देव
प्यारे तरु नीजन -देव
प्रेम चरचा है अरचा है -देव
प्रेम समुद्र परयो गहिरे -देव
फ
फटिक सिलानी सौं सुधारयौ -देव
ब
बरुनी बघंबर मैं गूदरी -देव
बारिध बिरह बड़ी -देव
बोयो बस बिरद मैं -देव
भ
भवानीविलास
भेष भये विष भावै न भूषन -देव
म
मँजुल मँजरी पँजरी सी -देव
मँद महा मोहक -देव
मँद हास चँद्रिका को -देव
माखन सो मन दूध सो जोबन -देव
माथे महावर पाँय को -देव
मुरली सुनत बाम काम -देव
मूरति जो मनमोहन की -देव
र
रूपे के महल धूपे -देव
ल
लागत समीर लँक -देव
लाज के निगड़ गड़दार -देव
लाल बिना बिरहाकुल -देव
व
वा चकई को भयो चित -देव
श
श्रीब्रजदूलह -देव
स
सहर सहर सोंधो सीतल -देव
साँवरी सुघर नारी -देव
साँवरो रूप -देव
सीतल महल महा -देव
सुधाकर से मुख बानि -देव
ह
हँसी की चोट -देव
श्रेणियाँ
:
कवि
रीतिकालीन कवि