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कैलास संहिता  

कैलास संहिता 'ओंकार' के महत्त्व का वर्णन किया गया है। इसके अतिरिक्त योग का भी विस्तार से उल्लेख है। इसमें विधिपूर्वक भगवान शिव की, नान्दी श्राद्ध और ब्रह्मयज्ञादि की विवेचना भी की गई है। गायत्री जप का महत्त्व तथा वेदों के बाईस महावाक्यों के अर्थ भी इसमें समझाए गए हैं।


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